इसके प्रयोग विधि पर विशेष ध्यान दें।
पैकिंग में उपलब्ध चम्मच से ही मात्रा निर्धारित करें अन्य चम्मच से नहीं गठिया होने का कारणः- हड्डियों के जोड़ों के मध्य उपस्थित (साइनोबियल फ्ल्यूड) एक चिकना पदार्थ की चिकनाई सूखना या साइनोबियल फ्ल्यूड का बनना बन्द होना। आर्थो+प्लस इसी साइनोबियल फ्ल्यूड को पुनः बनाता व इसमें चिकनाई पैदा करता है ।
प्रथम प्रयोग विधिः- पैकिंग में उपलब्ध (YELLOW) पीले रंग की पुड़िया से एक चम्मच पाउडरसुबह नाश्ते के बाद फांककर पानी से लें। खाली पेट न लें।
द्वितीय प्रयोग विधिः- पैकिंग में उपलब्ध (WHITE ) सफेद रंग की पुड़िया से एक चम्मच दवा को एक ग्लास दूध में मिला लेवें उसके उपरान्त उस दूध को किसी चौड़े बर्तन में डालकर धीमी आँच में पकायें व बीच-बीच में चलाते रहें। दूध जब पककर आधा बचे तब उसे उतारकर (गुनगुना ) हल्का गर्म रहने पर ही पी लेवें इस बात पर विशेष ध्यान दें कि आँच इतनी ही रहे कि दूध जले नहीं। यह विधि आपकों एक वक्त केवल रात में सोने से एक घण्टा पूर्व करनी है। यह दवा तीन माह ( 90 दिन) तक लेनी है।
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बाजार में दवा (30 दिन व 5 दिन) की पैकिंग में उपलब्ध है।
+ आर्थो+प्लस तैल आपको सुबह-शाम दर्द वाले स्थान पर हल्के हाथों से 5 मिनट तक लेप करें व उस स्थान को कपड़े से ढक देवें ।
+ आराम आपको दवा सेवन करने के प्रथम सप्ताह से मिलने लगेगा, लेकिन जड़ से गठिया रोग 3 माह (90 दिन) सेवन करने पर ही जायेगा। रोग अत्यधिक पुराना होने पर फायदा होने में कुछ समय ज्यादा भी लग सकता है क्योंकि यह शुद्ध आयुर्वेदिक दवा है 90 दिन का कोर्स तैल के साथ अवश्य करें।
+ यह दवा साइटिका, फालिस व कमर दर्द में भी अत्यधिक लाभकारी है।
+ इस दवा के प्रयोग से आपको जोड़ों का दर्द, सूजन, कमर का दर्द आदि से ठीक होने के साथ-साथ आपकी शारीरिक दुर्बलता भी समाप्त होगी ।
सूजन
+ इस औषधि को 3 माह ( 90 दिन) प्रयोग करने के बाद आप जोड़ों के दर्द, से मुक्ति पाकर आराम से चल-फिर, उठ-बैठ सकेंगे ।
+ गर्मियों के दिनों में यदि दवा कुछ गर्म महसूस हो तो आप रात वाली सफेद पुड़िया की मात्रा आधा चम्मच कर दें।
+ दवा का नागा न करें तथा बताई गई विधि का ही प्रयोग करें तभी लाभ शत-प्रतिशत मिलेगा।
+ आर्थो+प्लस तैल (चोट, मोच, मांसपेशियों एवं कमर दर्द) में भी अत्यन्त लाभकारी है।
+ तेल 30 मिली. पैक में अलग से बाजार में उपलब्ध है। तैल के 30 मिली. पैक लेते समय कम्पनी के नाम (BASIL) से मिलान अवश्य कर लें, क्योंकि नकली तैल हरे रंग के पैक में बिक रहा है।
परहेज:- इस दवा के साथ जोड़ों के दर्द से सम्बन्धित कोई अन्य दवा न लें व बादीयुक्त एवं तैलीय पदार्थों का सेवन न करें।
पर सम्पर्क अवश्य करें। तेल शीशी हिलाकर ही लगायें और उस जगह को कपड़े से ढक दें। विशेषः- पाउडरव तेल दोनों साथ-साथ (90 दिन) प्रयोग करने पर ही गठिया रोग से मुक्ति मिलेगी|
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